कोरोना वायरस की चुनौतियों से निपटने के लिए गोरखपुर में लॉकडाउन के दौरान उत्तर के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के धर्मस्थल गोरखनाथ मंदिर द्वारा बनाए गए, गोरखनाथ चिकित्सालय में को कोरोना वायरस के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। साथ ही कोरोना से लड़ने के लिए मां पटेश्वरी शक्तिपीठ मंदिर में भी हॉस्पिटल तैयार किया गया है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस की चुनौतियों से निपटने के लिए गोरखपुर में लॉकडाउन के दौरान गोरखनाथ मंदिर और बलरामपुर देवीपाटन, तुलसीपुर की मां पटेश्वरी शक्तिपीठ मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए पूरी तरह बंद कर दी गई है।
ऐसे में महामारी के चलते लॉकडाउन के कारण बड़ी संख्या में जिन लोगों का रोजगार छीन गया है, उनके लिए प्रशासन भोजन, दवा आदि की व्यवस्था कर रही है। वहीं गोरखनाथ मंदिर व मां पटेश्वरी शक्तिपीठ मंदिर के न्यास भी मजबूर लोगों को भोजन का पैकेट उपलब्ध कराने के लिए तैयार है।
साथ ही गोरखनाथ मंदिर न्यास की ओर से संचालित गुरु गोरखनाथ चिकित्सालय में तीन सौ बेड व दस आईसीयू वेंटिलेटर के साथ उपलब्ध है। वहीं देवीपाटन मंदिर न्यास के पास भी पचास बेड का हॉस्पिटल तैयार है। इन दोनों चिकित्सालयों को कोरोना वायरस से लड़ने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।