जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) और उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) पर पब्लिक सेफ्टी एक्ट (PSA) लगाया है. सूबे के एक और पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) पर पिछले साल सितंबर में PSA लगाया गया था. PSA ऐसा कड़ा कानून है, जो तीन महीने तक बिना सुनवाई के आरोपियों को हिरासत में रखने की अनुमति देता है. राज्य के शीर्ष नेताओं पर PSA लगाए जाने को लेकर महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती (Iltija Mufti) ने NDTV के साथ खास बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जब 6 महीने बाद इस मुद्दे (अनुच्छेद 370) पर बोलते हैं तो जान पड़ता है कि वह राज्य के तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों को देश विरोधी साबित करना चाहते हैं.
इल्तिजा मुफ्ती ने कहा, 'पीएम मोदी ने संसद में उमर अब्दुल्ला जी का जो बयान पढ़ा, वो उन्होंने कभी कहा ही नहीं था. वो एक फर्जी न्यूज वेबसाइट से लिया गया. ये मुझे चौंकाता है कि जब पीएम 6 महीने बाद संसद में अनुच्छेद 370 के बारे में बोलते हैं तो वह तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों (महबूबा मुफ्ती, फारुक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला) को देश विरोधी बताने का फैसला करते हैं. ये वही महबूबा मुफ्ती हैं जिनके साथ बीजेपी ने गठबंधन सरकार बनाई थी. जब बीजेपी को जम्मू-कश्मीर में सत्ता में आना था तो उन्हें महबूबा जी के स्टैंड से कोई परेशानी नहीं थी और आज वो अचानक जाग गए और उन्हें अहसास हो गया कि वो आर्टिकल 370 हटाए जाने के खिलाफ थीं.'
गौरतलब है कि महबूबा मुफ्ती पिछले साल पांच अगस्त से नजरबंद हैं. इल्तिजा मुफ्ती ही अपनी मां के ट्विटर अकाउंट को ऑपरेट कर रहीं हैं. इल्तिजा ने एक पोस्ट के जरिए बताया कि वह पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की मुखिया, यानी उनकी मां से किस तरह संपर्क किया करती थीं. इल्तिजा ने लिखा, 'मैं वह हफ्ता कभी नहीं भूल सकती, जब उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया. मैंने अगले कुछ दिन बेहद चिंता में बिताए, जब तक मुझे एक मुड़े-तुड़े कागज पर लिखी कुछ हर्फ की चिट्ठी मिली. इस तरह की कई चिट्ठियां बाद में मिलती रहीं. मुझे वह चिट्ठी टिफिन बॉक्स के भीतर मिली, जिसमें उनके लिए घर से भोजन भेजा जाता था. इसके बाद, जवाब कैसे भेजा जाए पर असमंजस शुरू हो गया. मेरी दादी ने एक अनूठा रास्ता सुझाया. मैंने जो खत लिखा, उसे बहुत छोटे से आकार में मोड़कर और अच्छी तरह चिपकाकर एक चपाती के भीतर छिपा दिया गया था.'
महबूबा मुफ्ती को शुरू में चश्माशाही गेस्ट हाउस में रखा गया था, लेकिन दिसंबर में बेटी द्वारा बेहद सर्दी की शिकायत किए जाने के बाद उन्हें श्रीनगर में एम.ए. रोड पर स्थित एक सरकारी बंगले में शिफ्ट कर दिया गया था. PSA लगाए जाने के बाद अब उन्हें सरकारी आवास में ही रखा जाएगा और उमर अब्दुल्ला सरकारी गेस्ट हाउस 'हरिनिवास' में ही हिरासत में रखे जाएंगे.